Saturday, May 30, 2015

ए पागल लड़की ................© परी ऍम. "श्लोक"

एक दिन मैंने प्यार में गुम हुई 
किसी लड़की को नसीहत दी थी 
उसे कहा था 
ए पागल लड़की 
इश्क़ में यकीन का दामन न छोड़ 
ज़रा सी ढील से एहसास बिगड़ जाते हैं 
जलन न रख वो गर तेरा है 
तो कोई तुझसे छीन नहीं सकता 
मुझे मालूम क्या था 
जिंदगी के अगले मोड़ पर 
उस लड़की से 
मेरी जगह बदल दी जायेगी 
और नसीहत देने वाली वो लड़की 
किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाएगी !!

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© परी ऍम. "श्लोक"  

10 comments:

  1. समय की रीत है ... घूम के अपने पर जरूर आती है ...

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  2. इश्क़ में यकीन का दामन न छोड़
    ज़रा सी ढील से एहसास बिगड़ जाते हैं क्या बात है यकीं पे यकीं नहीं होता इस कदर बिगड़ जाते है

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  3. किसी ने ठीक ही कहा है
    वक्त बदलते वक्त नही लगता

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  4. बहुत सुन्दर एहसास लिखे है आपने ।

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  5. खूबसूरत ...किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाना वो हादसा है जो होना बहुत ज़रूरी होता है ...

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  6. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (01-06-2015) को "तंबाखू, दिवस नहीं द्दृढ संकल्प की जरुरत है" {चर्चा अंक- 1993} पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक

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  7. वाह !! बहुत ही बेहतरीन अहसास !!...दाद...

    "मुझे मालूम क्या था
    जिंदगी के अगले मोड़ पर
    उस लड़की से
    मेरी जगह बदल दी जायेगी
    और नसीहत देने वाली वो लड़की
    किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाएगी !!"...उम्दा !!

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