आप जबसे हमारे ख़ुदा हो गए
दिल के अरमां सभी बा-सफ़ा हो गए
करके हमसे कयामत के वादें सनम
छोड़ राहों में ही लापता हो गए
भूलकर भी न लौटेंगे तेरी गली
अब बहुत तुम से जां हम खफ़ा हो गए
हो मुबारक़ तुम्हें ज़श्न जारी करो
इश्क़ से मेरे जाओ रिहा हो गए
हम वफ़ा के चलन को निभाते रहे
और तुम आदतन बेवफ़ा हो गए
कर हवाले मुझे मौत के बारहा
जिंदगी बोलकर वो जुदा हो गए
जो बनायें गए थे नियम कायदे
आज
उनके ही हाथों फना हो गए
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© परी ऍम. 'श्लोक'