आप सभी पाठक मित्रों को बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप सभी
के स्नेह एवं आशीर्वाद से 'अहसास एक पल' साँझा संकलन में मेरी रचनाएं भी शामिल हो पायी
हैं। रचनायें जब पुस्तक का रूप लेती हैं तो मन को मीठा-मीठा सा आभास होना स्वाभाविक
है। क्योंकि यह मेरी पहली पुस्तक है अन्य रचनाकार मित्रों के साथ तो ख़ुशी और बढ़ जाती
है। आपको यह भी बता दूँ कि पुस्तक विमोचन झुंझुनू राजस्थान में हुआ इस अवसर पर मैंने
स्वयं मंच संचालन किया जो की ताज़गी भरा अनुभव रहा। झुंझुनू के सभी अखबारों में हमारी
चर्चा रही तो बात और मीठी हो जाती है। पुस्तक का कवर आपके साथ साँझा करना चाहूंगी।
यदि पाठक मित्र चाहें तो प्रति ले सकतें हैं http://www.flipkart.com/ahsas-ek-pal/p/itme65qc9vwahzkj?pid=9788192493633
इस लिंक पर जाकर।
अपना
स्नेह बनायें रखियेगा।
सादर
परी ऍम.
'श्लोक'
बहु-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteबहु-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteबधाई एवं शुभकामनाएँ ! आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (24.04.2015) को "आँखों की भाषा" (चर्चा अंक-1955)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है।
ReplyDeleteहार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें परी जी !
ReplyDeleteबधाई एवं शुभकामनायें
ReplyDeleteपरी जी 'अहसास एक पल' के प्रकाशन हेतु आप को हार्दिक बधाई .....मंगलकामनाएँ
ReplyDeleteहार्दिक बधाई और शुभकामनायें परी जी ... ऐसे ही और प्रकाशन होते रहें ... आमीन ...
ReplyDeleteहार्दिक बधाई और शुभकामनायें परी जी
ReplyDeletemany many congratulation for your book...
ReplyDeleteहार्दिक बधाई और शुभकामनायें :)
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर—अहसास एक पल.
ReplyDeleteबधाई.
हार्दिक बधाई
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं परी जी ...! आप इसी तरह भविष्य में भी अग्रेसर होती रहे यही शुभेच्छा .
ReplyDeletehaardik shubhkamnaye...truly a wonderful feat !!!
ReplyDeleteपरी जी पुस्तक के लिए हार्दिक शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteआप का लेखन यूं ही सफल होता रहे । साथ ही पुस्तक वाणिज्यियक रूप से भी सफल हो ।
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
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