एक दिन मैंने प्यार में गुम
हुई
किसी लड़की को नसीहत दी थी
उसे कहा था
ए पागल लड़की
इश्क़ में यकीन का दामन न छोड़
ज़रा सी ढील से एहसास बिगड़ जाते हैं
जलन न रख वो गर तेरा है
तो कोई तुझसे छीन नहीं सकता
मुझे मालूम क्या था
जिंदगी के अगले मोड़ पर
उस लड़की से
मेरी जगह बदल दी जायेगी
और नसीहत देने वाली वो लड़की
किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाएगी !!
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किसी लड़की को नसीहत दी थी
उसे कहा था
ए पागल लड़की
इश्क़ में यकीन का दामन न छोड़
ज़रा सी ढील से एहसास बिगड़ जाते हैं
जलन न रख वो गर तेरा है
तो कोई तुझसे छीन नहीं सकता
मुझे मालूम क्या था
जिंदगी के अगले मोड़ पर
उस लड़की से
मेरी जगह बदल दी जायेगी
और नसीहत देने वाली वो लड़की
किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाएगी !!
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© परी ऍम. "श्लोक"
समय की रीत है ... घूम के अपने पर जरूर आती है ...
ReplyDeleteइश्क़ में यकीन का दामन न छोड़
ReplyDeleteज़रा सी ढील से एहसास बिगड़ जाते हैं क्या बात है यकीं पे यकीं नहीं होता इस कदर बिगड़ जाते है
किसी ने ठीक ही कहा है
ReplyDeleteवक्त बदलते वक्त नही लगता
बहुत सुन्दर एहसास लिखे है आपने ।
ReplyDeleteखूबसूरत ...किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाना वो हादसा है जो होना बहुत ज़रूरी होता है ...
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (01-06-2015) को "तंबाखू, दिवस नहीं द्दृढ संकल्प की जरुरत है" {चर्चा अंक- 1993} पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
Umda.
ReplyDeleteबहुत ख़ूब
ReplyDeleteवाह !! बहुत ही बेहतरीन अहसास !!...दाद...
ReplyDelete"मुझे मालूम क्या था
जिंदगी के अगले मोड़ पर
उस लड़की से
मेरी जगह बदल दी जायेगी
और नसीहत देने वाली वो लड़की
किसी के प्यार में गुमशुदा हो जाएगी !!"...उम्दा !!
वाह क्या अंदाज़ है
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