बहुत खूब परी जी सादर
तुम तो ज़रा ठहर जातेमेरे नसीब को माकूल जवाब दे देते ...बहुत उम्दा...
जीवन भी तो ऐसे ही फिसल जाता है ...
मेरे ब्लॉग पर आपके आगमन का स्वागत ... आपकी टिप्पणी मेरे लिए मार्गदर्शक व उत्साहवर्धक है आपसे अनुरोध है रचना पढ़ने के उपरान्त आप अपनी टिप्पणी दे किन्तु पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ..आभार !!
बहुत खूब परी जी
ReplyDeleteसादर
तुम तो ज़रा ठहर जाते
ReplyDeleteमेरे नसीब को माकूल
जवाब दे देते ...
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