Monday, September 1, 2014

वीभत्स सोच


4 comments:

  1. वाह..अति सुन्दर
    मेरे हाथ तभी रुकेंगे
    जब मेरी सोच रुकेगी
    जब तक जिंदा है मेरी सोच
    मैं तुमसे न डरूँगी...

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  2. Koshish karne waale ki kabhi haar nahin hoti :)

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