झूठ की गोला बारी हो गयी
सच की डिब्बी खाली हो गयी
लोगो के संग हुआ गज़ब हादसा
दिल छोटा लम्बी गाड़ी हो गयी
नोन रोटी है भई अपना साथी
महंगी जबसे तरकारी ही गयी
काम किसके लिए है करना
अब नौकरी सरकारी हो गयी
नफरत बड़ा बटोरा मन में की
हार्ट में कई बीमारी हो गयी
हराम के खाने की आदत में
हर हरकत में गद्दारी हो गयी
__________परी ऍम 'श्लोक'
सच की डिब्बी खाली हो गयी
लोगो के संग हुआ गज़ब हादसा
दिल छोटा लम्बी गाड़ी हो गयी
नोन रोटी है भई अपना साथी
महंगी जबसे तरकारी ही गयी
काम किसके लिए है करना
अब नौकरी सरकारी हो गयी
नफरत बड़ा बटोरा मन में की
हार्ट में कई बीमारी हो गयी
हराम के खाने की आदत में
हर हरकत में गद्दारी हो गयी
__________परी ऍम 'श्लोक'
सही कहा आपने , आदतें बिगड़ रही हैं सबकी।
ReplyDeleteसादर
लाजबाव कविता ये कविता खद्दरधारियों के मुँह पर तमाचा है।
ReplyDeleteहराम के खाने की आदत में
ReplyDeleteहर हरकत में गद्दारी हो गयी
ये पंक्ति एकदम सार्थक लगी
लोगो के संग हुआ गज़ब हादसा
ReplyDeleteदिल छोटा लम्बी गाड़ी हो गयी ...
उम्दा हकीकत से रूबरू कराता शेर ... लाजवाब ...
कल 05/सितंबर/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद !
बेहतरीन रचना , पारी जी धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
आपकी इस रचना का लिंक दिनांकः 5 . 9 . 2014 दिन शुक्रवार को I.A.S.I.H पोस्ट्स न्यूज़ पर दिया गया है , कृपया पधारें धन्यवाद !
बढ़िया ।
ReplyDeleteगजब की लेखनी ..... शानदार रचना
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