क्या कहीं है ?
या
कहीं मिलता हो ?
ऐसा रिश्ता
जो केवल जुबानी खजाना न हो
जिसके होने से खुद को
दुनिया का सबसे अमीर इंसान
समझा जा सके
इतना नायाब हो
जिसमे दमखम हो
जुड़े रहने कि हर परिस्थिति में
जो गुरूर में नहाया न हो
स्वार्थ कि माला न जपता हो
जो जिद्द में नग्गया न हो
वक़्त के पानी में
साबुन कि तरह गल के
खत्म न हो सके
जिसके जंगा जाने के
भय के कारण
हमें झूठ का पॉलिश न करना पड़े
जिसके विश्वास कि डोर
इतनी पक्की हो कि
ब्लेड कि धार या तलवार
दोनों ही सूरतो में
इसे काटा न जा सके
जिसके वात्सल्य का रस
कोई भी जोंक खून कि तरह
पी न सके
जहाँ रिश्तो के समझ का शज़र
कोई शक का दीमक
खोखला न कर सके
जो गुण कि तरह
हर दिन के अभ्यास से बढ़े
जिसमे स्थिरता हो
बस ऐसा रिश्ता
अगर
कहीं मिले तो बताना
मैं देखना चाहती हूँ
क्या आज भी जिन्दा है
इस दौर के मलबे के नीचे
ऐसे सुंदर और बेशकीमती रिश्ते !!
रचनाकार : परी ऍम श्लोक
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