सबका मन आहत है। पाक वही काट रहा जो उसने बोया है। अब तो चेते और यह समझे कि जब दहशतगर्द निर्दोष एवं मासूम नागरिकों को बम और गोलियों से उड़ाते हैं तो दर्द कितना और कैसा होता है।
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An apt post on the recent Peshawar incident..it saddens me..
ReplyDeleteआतंक का मंजर अफसोसनाक है.
ReplyDeleteNew Post : Pebble and Life
एकदम सही बात !!!
ReplyDeleteसटीक टिप्पणी पाकिस्तान के लिए.
ReplyDeleteसबका मन आहत है। पाक वही काट रहा जो उसने बोया है। अब तो चेते और यह समझे कि जब दहशतगर्द निर्दोष एवं मासूम नागरिकों को बम और गोलियों से उड़ाते हैं तो दर्द कितना और कैसा होता है।
ReplyDeleteआतंक सब कुछ ख़त्म कर देता है ... इसी लिए बोने से पहले सोचना चाहिए ..
ReplyDeleteयही होता आया है हमेशा ।
ReplyDeleteबोये पेड़ बबूल का तो......
बिलकुल सही कहा आपने ! लेकिन मासूम बच्चों की मौतें झकझोर गयीं ! इनकी जगह दोगले नेता होते तो कम दुःख होता !
ReplyDeleteपाकिस्तान के सियासतदानों की करतूतों का बदला वहां का अवाम चुका रहा है ! बढ़िया शब्द लेखिका जी
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