Wednesday, February 12, 2014

"तलाक"


तुम फिर से स्वयं पे
मेरे दुराचरण से ग्रस्त हुए हो
ऐसी ही कुछ कहानी का 
जिल्द चढ़ाकर सुरक्षित कर लोगो
फिर कोई साहस दोबारा न करेगा
वास्तविक वजह जानने कि
खोदने कि बीते पल कि मिट्टी 
ओर करे भी क्यूँ?
लड़का अच्छा कमाता है,
अच्छा दिखता हैं, 

इससे ज्यादा एक माँ-बाप को
बेटी के सुखी जीवन के लिए
चाहिए क्या होता है?

किन्तु इसके बाद से आरम्भ हो जाएगा
प्रतिदिन मेरी ठिठोली उड़ाने का
एक नवीन अध्याय
इस अध्याय के कठिन प्रश्नो के उत्तर
गाड़ती जाएंगी मुझे
चिंता कि कब्र में
खींच देंगी लकीर पेशानी पर..

इसके बाद तुम भले ही
सुखमय हो जाओ
किन्तु समाज का ज्वलित वाक्य-वाण
मुझ ठूँठ को जला के ख़ाक कर देगा!!

रचनाकार : परी ऍम श्लोक


((Note : मैं शादी जैसे सामाजिक बंधन को बहुत सम्मान देती हूँ लेकिन इसके लिए अफ़सोस भी होता है जब कोई बेटी तलाक के बाद लोगो के सवाल से जूझ रही होती है बेशक इस फैसले से फर्क दोनों कि पक्षो को पड़ता हो मगर हमारा समाज अक्सर एक़ ही मन बनाये बैठा रहता है कुछ न कुछ कमी लड़की में ही होगी खैर क्या किया जा सकता है अब मानसिकता का))

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