फैसले जब
सही नहीं होते
तब जाहिर सी बात है
कि वो गलत होते हैं
और
जब वो सही होते हैं
तो उसका सम्पूर्ण श्रेय
हमें जाता है...
किन्तु
जब कभी भी वो
गलत हो जाते हैं
तो अक्सर उसकी वजह
कोई और ही होता हैं
जानते हैं क्यूँ ?
क्यूंकि इंसान के काँधे
इतने मज़बूत नहीं हुए
कि वो उठा सके
अपनी हार या खामी का बोझ
अपने ही नाज़ुक कांधो पर !!
रचनाकार : परी ऍम श्लोक
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