चलो न साथी साथ मेरे
तेरे संग ही सफ़र खूबसूरत है
तुझे भी इतनी तो होगी नहीं
मुझे जितनी तेरी जरुरत है
तेरे संग ही सफ़र खूबसूरत है
तुझे भी इतनी तो होगी नहीं
मुझे जितनी तेरी जरुरत है
ये दूरी जुदाई को कहदो अलविदा
मिटा दो जो भी शिकायत है
मिटा दो जो भी शिकायत है
कुछ पल कि ही साँसों को मोहलत है
तेरी कहानी तेरे गीत ही
मेरे लव्जों कि ये ही सूरत है
दिल के शहर में हुकूमत है जिसकी
वो तेरे वज़ूद कि मूरत है
चलो न साथी साथ मेरे.....
मेरे लव्जों कि ये ही सूरत है
दिल के शहर में हुकूमत है जिसकी
वो तेरे वज़ूद कि मूरत है
चलो न साथी साथ मेरे.....
घटाओ को कहदो बरस जाए न
बूंदे ही तो इनकी सीरत हैं
हमें अपनी चाहत में भिगो लो न तुम
आज हमको बहुत ही फुरसत है
बूंदे ही तो इनकी सीरत हैं
हमें अपनी चाहत में भिगो लो न तुम
आज हमको बहुत ही फुरसत है
चलो न साथी साथ मेरे.....
जिंदगी की तुही तू जियारत है !!
जिंदगी की तुही तू जियारत है !!
Written By : परी ऍम श्लोक
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