Thursday, February 27, 2014

"जिंदगी"

जिंदगी के मायने
हर किसी के लिए
अलग-अलग हैं
मगर जिंदगी सबको
इक नज़र से देखती है
वोही ख़ुशी-गम के
नगमो को लिए
हर इंसान के इर्द-गिर्द
घूमती हुई जिंदगी
इक दिन अपने मुकाम पर होती है
किसी के लिए जिंदगी
इक बहुत बड़ा सफ़र है
जिसे तय करते करते
फफोले पड़ जाते हैं रूह तक
किसी के लिए जिंदगी बहुत छोटी 
जिसमे अरमान अधूरे के अधूरे ही रह जाते है
इन दोनों के दरमियान
फासला बहुत छोटा है
फैसलो का फासला
किस शक्ल में ढलेगा कोई फैसला
जिंदगी को बेहतर तरीके से जीने वाले
बेशक बेहद सलीके से जानते हैं
जिंदगी हमें बनाती है
और फिर हम जिंदगी को
बनाना शुरू करते हैं
कुछ इक सदमे से ढल जाते हैं
कुछ सदमो से मज़बूत और निखर जाते हैं
जिंदगी तरजुर्बो कि खान है और 
यकीनन जिंदगी इक सुन्दर इम्तिहान है
कोई गमज़दा हुआ इससे
कोई खुशनुमा हुआ
इन लम्हो के बावज़ूद भी
सफ़र तब तक चलता रहता है
जब तक कि जिंदगी पर
अंत का पूर्णविराम नहीं लगता !!


रचनाकार : परी ऍम श्लोक

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